सिंधु घाटी सभ्यता की खोज- Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes (1921 ई०)

प्रिय स्टूडेंट इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि सिंधु घाटी सभ्यता के इतिहास के बारे में पूरी विस्तार से मैंने इस लेख में हर पॉइंट को कवर किया है जो जो आपके एग्जाम के लिए अति महत्वपूर्ण है और वेरी इंपोर्टेंट प्रश्न है.

यह Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes है जो आप चाहे किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं इस टॉपिक से आपके एग्जाम में अक्सर सवाल पूछे जाते हैं तो चली अब इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ते हैं.

  • हड़प्पा सभ्यता
  • सिन्धु घाटी की सभ्यता
  • सिंधु सभ्यता की विशेषताएँ
  • अंत में क्या पढ़ा

अब इस लेख में में आपको इसमें Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes के पीडीऍफ़ भी मिलेगी और इस से सम्बन्धित सारे प्रश्नों को एक-एक कर के कवर करेंगे जो आपके सभी प्रतियोगी या अन्य एग्जाम केर लिए अति महत्वपूर्ण है. यह लेख आपके लिए है इस लेख में आपके लिए सबसे आसन भाषा में बताया गया है की आपको जल्दी समझ में आ जाए तो चलिए इस लेख में पहला टॉपिक हड़प्पा सभ्यता के बारे में पढ़ते है.

हड़प्पा सभ्यता का इतिहास – Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes

प्रिय स्टूडेंट अब इस लेख में पढने वाले है Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से सम्बन्धित अति महत्वपूर्ण प्रश्न हड़प्पा सभ्यता का इतिहास के बारे में अगर आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है तो इस से सम्बन्धित आपके एग्जाम के लिए यह प्रश्न अति महत्वपूर्ण है इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े.

हड़प्पा सभ्यता:- हड़प्पा सभ्यता को आद्य ऐतिहासिक काल मे रखा गया है क्योंकि यहाँ पर मानव द्वारा लिखित साक्ष्य मिले हैं किन्तु उनको पढ़ा नहीं जा सका है. यह सभ्यता सिन्धु नदी तट पर मिली अगर कोई भी सभ्यता नदी के पास मिलती है तो उसे इसी नाम से रख दिया जाता है इसलिए इसे सिन्धु सभ्यता कहते हैं. इसकी जानकारी के लिए पहली खुदाई हड़प्पा से हुई थी अत: इसे हड़‌या सभ्यता कहते हैं. Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से सम्बन्धित प्रश्न है.


देखिए जो रेडियोकार्बन 14C माना गया है यह एक विधि है जो उसी के आधार से जिवासुओ का पता लगाया जाता है इसलिए विश्लेषण पद्धति के द्वारा यह सिन्धु सभ्यता का सर्वमान्य की तिथि है जो 2350 ई.पू. से 1750 ई. पू. मानी गई है.
सिन्धु सभ्यता की खोज सन 1921 ई० को सबसे पहले खोज हुई थी. रायबहादुर दयाराम साहनी ने इस सभ्यता की खोज की थी.


इस समय काँसे की खोज हुई थी इसलिए इसे कांस्ययुगीन सभ्यता कहते हैं. सिन्धु सभ्यता का सर्वाधिक पूर्वी पुरास्थल आलमगीरपुर (उ०प्र०) पश्चिमी भाग सुतकांगेडोर (बलुचिस्तान), उत्तरी भाग माँदा (जम्मू कश्मीर) तथा दक्षिणी भाग दाइमाबाट (महाराष्ट्र) में था. सिन्धु सभ्यता नगरीय सभ्यता थी. इनमें प्रमुख नगर – मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, धौलावीरा, राखीगढ़ी और कालीबंगा था. Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से सम्बन्धित यह प्रश्न है.

  • हड़प्पा
  • मोहनजोदड़ो
  • लोथल
  • चन्हुदड़ो
  • रोपड़
  • कालीबंगा
  • बनवाली
  • रंगपुर

हड़प्पा

हड़प्पा:- इसकी खुदाई यानि की खोज सन 1921 में दयाराम साहनी के द्वारा की गई थी..
यह हड़प्पा सभ्यता रावी नदी के तट यानि के रावी नदी के लगे पाकिस्तान के स्थित यह सभ्यता माउंट गोमरी जिले में है.

हड़प्पा से मिली वस्तुएँ :-
कुम्हार का चाक, श्रमिक आवास अन्नागार, मातृदेवी की मूर्ति, लकड़ी की ओखली, लकड़ी का ताबूत, हाथी का कपाल, स्वास्तिक चिन्ह, R-H37 कब्रिस्तान इत्यदि समान मिली थी.

मोहनजोदड़ो

मोहनजोदड़ो:- मोहनजोदड़ो की खुदाई 1922 ई. मे राखालदास बनर्जी ने की यह लरकाना जिला (पाकिस्तान) मे है. यह सभ्यता सिन्धु नदी के तट के पास पर है मोहनजोदड़ो का अर्थ यानि की नाम होता है की मृतकों का टीला यह सिन्धु सभ्यता का सबसे बड़ा शहर माना जाता था.
मोहनजोदड़ो से मिली वस्तुएँ :- घर मे कुँआ, विशाल स्नानागार, अन्नागार, पुरोहित आवास, सूती वस्त्र, सभागार, काँसे की नर्तकी की मूर्ति.
Note – सिन्धु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा भवन मोहनजोदड़ो का अन्नागार था. Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से संबंधित यह भी प्रश्न है.

लोथल

लोथल :-इसकी खुदाई 1957-58 ई मे एस. आर. रह ने की यह भोगवा नदी पर स्थित था. यह गुजरात मे स्थित था.
लोथल से मिली वस्तुएँ :- बंदरगाह, फारस की मुहर, भुगल शवाधान, मनके बनाने के कारखाने, चावल के दाने थे.

चन्हुदड़ो

चन्हुदड़ो:- इसकी खुदाई 1931 ई. मे गोपाल मजूमदार ने की यह पाकिस्तान में सिन्धु नदी के तट पर स्थित था.

Note- यह एक एसा एक मात्र शहर है जो दुर्ग रहित था शहर था.
चन्हुदड़ो से मिली वस्तुएँ:- अलंकृत ईंट, गुड़िया, मनका, बिल्ली एवं कुत्ते के पैर के निशान भी थे.

रोपड़

रोपड़:- यह पंजाब मे सतलज नदी किनारे स्थित है. इसकी खुदाई यज्ञदत्त शर्मा ने 1953 मे की.

कालीबंगा

कालीबंगा:- यह राजस्थान मे सरस्वती नदी के किनारे स्थित था. इसकी खुदाई बी. के थापड़ बी. बी. लाल ने 1953 में की थी. कालीबंगा से काली मिट्टी की चूड़ियाँ, जुता खेत,
हवन कुंड यह भी एक Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से दृष्टी से अति महत्वपूर्ण है.

बनवाली

बनवाली:- इसकी खुदाई रवीन्द्र सिंह विष्ट ने 1974 ई. में की थी. यह रंगोई नदी के किनारे हरियाणा मे स्थित था. यहाँ से टेढ़ी मेदी सड़के मिली हैं.

रंगपुर

रंगपुर:- इसकी खुदाई रंगनाथ राव ने 1954 ई. मे की यह गुजरात के काठियावाड़ जिले में स्थित था. यहाँ से धान की भूसी मिली है. Note- इस लेख में हमने Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से संभंधित सारे प्रश्न को एक-एक कर के पढ़ चुके है जो आपके लिए अति महत्वपूर्ण है.

सिन्धु घाटी की सभ्यता

प्रिय स्टूडेंट अब इस लेख में पढने वाले है. Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes इस सिन्धु घाटी की सभ्यता के बारे में पूरा इतिहास जो आपके लिए एग्जाम के दृष्टी से अति महत्वपूर्ण है. आगर आप किसी भी प्रतियोगिता परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है तो यह लेख पूरा आपके लिए है.

यहाँ पर Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes के बिलकुल फ्री में पीडीऍफ़ मिलेगी एयर इस लेख में आपको सबसे आसन भाषा में बताया गया है जो आपके एग्जाम के यह Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes अति महत्वपूर्ण है. तो चलिए अब इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ते है.

सिन्धु घाटी की सभ्यता:- यह Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes सिन्धु घाटी 1921 ई. मे पश्चिमी पंजाब (वर्तमान पाकिस्तान) मे रावी नदी के पास यह हड़प्पा नदी के तट पर, हड़प्पा नामक स्थल की खोज हुई थी तथा 1922 ई. मे सिन्ध प्रान्त मे सिन्धु नदी के तट पर मोहनजोदड़ो नामक स्थल की खोज होने के बाद से सिन्धु घाटी की सभ्यता का पता चला. विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं मे से एक इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता कहा जाता है.

क्योंकि इसकी जानकारी के लिए पहली खुदाई हड़प्पा मे हुई रेडियोकार्बन 14c विश्लेषण पद्धति के द्वारा सिन्धु सभ्यता का सर्वमान्य की तिथि 2350 ईसा पूर्व से 1725 ई.पू. मानी जाती है. इस सभ्यता को आध ऐतिहासिक काल मे रखा जाता है इस समय कांसे की खोज हुई इसलिए इसे कांस्ययुगीन सभ्यता कहते हैं. मेसोपोटामिया की सभ्यता हड़प्पा सभ्यता के समकालीन थी. इस सभ्यता के खोजे गए स्थल निम्नलिखित हैं.

नोट- Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से सम्बन्धित यह भी प्रश्न आपके लिए अति महत्वपूर्ण है और इस लेख में आपको पूरा कोर्ष के Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes के पीडीऍफ़ मिलने वाले है.

सिंधु सभ्यता की विशेषताएँ

अब इस लेख में पढने वाले है जो अति इम्पोर्टेंट प्रश्नों में से एक प्रश्न है Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से सम्बन्धित प्रश्न सिंधु सभ्यता की विशेषताएँ के बारे में पढने वाले हसी जो यह भी प्रश्न आपके एग्जाम के लिए है अथवा इस लेख में आपको सिंधु सभ्यता की विशेषताएँ के बारे में भी पूरा कोर्ष का बिलकुल फ्री में Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes के पीडीऍफ़ मिलने वाले है तो चलिए अब इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ते है.

सिंधु सभ्यता की विशेषताएँ निम्न है :-

(1) यह शहरी (नगरीय) सभ्यता थी.
(2) नालियाँ ढकी हुई, सड़को परस्पर, समकोण पर काटती
(3) समाज मातृसत्तात्मक था.
(4) लिपि भाव चित्रात्मक थी जोकि दाएँ से बाई ओर लिखी जाती थी, किन्तु इसे अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है.
(5) यहाँ पर कृषि एवं व्यापार दोनो हुआ करता था.
(6) इनकी मुहरों पर यहा पर भी एक श्रृंगी पशु का चित्र पाया गया है.
(7) ये लोग युद्ध से परिचित नहीं थे.
(8) इस समय काँसे की खोज हुई.
(9) मन्दिर के साक्ष्य नही मिले हैं.
(10) सिन्धु सभ्यता के विनाश का कारण बाढ़ को माना जाता है.

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FAQ (Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes (1921 ई०) से सम्बन्धित कुछ सवालो का जवाब)

प्रिय स्टूडेंट अब इस लेख में पढने वाले है तै महत्वपूर्ण आपके द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब देखेंगे जो आपके लिए एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रश्नों को उत्तर देखेंगे आसा भाषा में तो चलिए जन लेते है आपके द्वरा कौन- कौन सवाल है.

सिंधु सभ्यता की खोज किसने की थी?

यह सिंधु सभ्यता की खोज वह हुई थी सन 1921 में इस सिंधु सभ्यता की खोज हुई थी वभी दयाराम साहनी ने इसकी खोज की थी.

सिंधु घाटी सभ्यता कहाँ स्थित है?

यह सिंधु घाटी सभ्यता उस जगह पर स्थित है जो पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के पास स्थित यह सिंधु घाटी सभ्यता है.

अंत में क्या पढ़ा

तो दोस्तों हमने इस लेख में यह पढ़ा है की Sindhu Ghati Sabhyata In Hindi Notes से सम्बन्धित सभी अति महत्वपूर्ण प्रश्नों को पढ़ा है. इसकी खोज कब हुई थी और किसने की थी. सिंधु घाटी सभ्यता की शुरुआत किसने की थी और सिन्धु घटी सभ्यता में क्या-क्या मिला है यानि की क्या-क्या पाया गया था. इस सारे टॉपिक को एक-एक कर के पढ़ चुके है.

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