घाघरा का युद्ध कब हुआ था – Ghaghra Ka Yudh (1529 ई०)

प्रिय स्टूडेंट इस लेख में पढने वाले है Ghaghra Ka Yudh का इतिहास के बारे में पूरा विस्तार से और यह युद्ध किस-किस के बिच हुआ था. घाघरा का युद्ध कब हुआ था और इस Ghaghra Ka Yudh में कीस की विजय हुई व किसकी पराजय हुई इस लेख में सारे टॉपिक को एकक-एक कर के कवर करेंग और इस लेख में यभी पढने वाले है की घाघरा का युद्ध कहाँ हुआ था. तो चलिए अब इस लेख को पढ़ते है.

  • घाघरा का युद्ध कब हुआ
  • घाघरा का युद्ध किसके बीच लड़ा गया
  • घाघरा का युद्ध कहा हुआ था
  • घाघरा के युद्ध में किसकी विजय हुई
  • बाबर का आखिरी युद्ध
  • बाबर का परिचय

घाघरा का युद्ध कब और किसके बीच हुआ – Ghaghra Ka Yudh Kaha Hua Tha

अब इस लेख में पढने वाले है Ghaghra Ka Yudh Kaha Hua Tha और कब हुआ था. इस लेख में Ghaghra Ka Yudh में किसकी विजय हुआ और इस युद्ध का इतिहास पढनी वाले है अगर आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो यह लेख आपके लिए है. इस ल्लेख को पूरा अंत तक पढ़े

घाघरा का युद्ध कब हुआ:- घाघरा का युद्ध 1529 ईस्वी में खानवा के युद्ध के बाद हुआ था. यह युद्ध अफगान और बाबर के बीच हुई थी जिसमें बाबर की अच्छी तरह से जीत हुई थी. मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर था. बाबा ने मुगल शासक स्थापना के साथ ही पथ साहित्य की स्थापना भी की थी. जिसके तहत बाबर को बादशाह कहा जाता है. बाबर का जन्म  फरवरी 1583 ईस्वी में हुआ था और उनके पिता का नाम उमर शेख मिर्जा था जो कि फरगना के साथ थे.

बाबर मात्र 12 वर्ष के उम्र में सन 8 जून 1494 ई० को फरगना के गद्दी पर बैठा बाबर ने 1507 ईस्वी में बादशाह की उपाधि धारण की थी. बाबर के चार पुत्र थे. हुमायूं कमरान अस्करी एंव हिन्दाल यह बाबर के चार पुत्र थे और बाबर ने भारत पर 4 बार आक्रमण किया था. सुल्तान मोहम्मद शाह लुहानी यह वही राजा थे जिसे शेर से लड़ कर रक्षा करने के कारण फरीद खान को शेर खान को उपाधि से सम्मानित किया था.

यह वही शेरखान शेर शाह सूरी के नाम से प्रसिद्ध हुआ था. सुल्तान मोहम्मद शाह धीरे-धीरे अपनी सेना की संख्या बढ़ाकर एक लाख कर दिया और बिहार के सर्वोत्तम उस पर कब्जा हो गया हालाँकि पानीपत के युद्ध के कुछ समय बाद ही उसका मृत्यु हो गया. सुल्तान मोहम्मद शाह के देहान्त के कुछ समय के बाद लोहानी वंश का शासन ख़त्म हो गया. 1529 ईस्वी में घाघरा का युद्ध में बाबर ने बिहार के अफगानों को पराजित करके मोहम्मद शाह लोहानी के पुत्र जलाल खान को बिहार के शासन नियुक्त किया था.

और शेर खान को उसका संरक्षक नियुक्त किया आप गानों ने इब्राहिम लोदी के भाई महमूद लोदी के नेतृत्व में बिहार का अधिकार कर लिया और बाबर के लिए एक मात्र विरोधी हो गया था. बिहार और बंगाल के संयुक्त सेना को बाबर ने 1529 ईसवी में घाघरा का युद्ध में घायल कर दिया था.

घाघरा का युद्ध कहा हुआ था

स्टूडेंट अब इस लेख में पढने वाले है की Ghaghra Ka Yudh Kaha Hua Tha जो की अति महत्वपूर्ण है. घाघरा का युद्ध कहाँ हुआ था. आप के एग्जाम में भी इस तरह के प्रश्न पूछे जाते है तो चलिए अब इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ते है.

यह युद्ध बाबर द्वारा लड़ा गया Ghaghra Ka Yudh बिहार राज्य के 1529 ईसवी को घाघरा नदी के पास लड़ा गया था. यह घाघरा का लड़ाई बाबर द्वारा लड़ा गया यह सभी लड़ाई में से यह बाबर का यह युद्ध अंतिम युद्ध था. मध्यकालीन इतिहास का पहला युद्ध था. जिसे जल एंव थल दोनों जगह लड़ा गया था. यह युद्ध घाघरा का युद्ध बाबर ने अपनी सेनाओ को लेकर आखिरी युद्ध लड़ा था.

घाघरा के युद्ध में किसकी विजय हुई

प्रिय स्टूडेंट अब इस लेख में बताने वाले है Ghaghra Ka Yudh में किसकी विजय यानि की जीत हुई और यह युद्ध किसके बिच लड़ा गया था.

यह युद्ध बिहार के घाघरा नदी के पास हुआ था. जिसमे बाबर और अफगानों के बिच बहुत बड़ा युद्ध लड़ा गया था. जिसमे बाबर की इस युद्ध यानि की घाघरा का युद्ध 1529 ईस्वी में हुआ था और इस युद्ध में बाबर की विजय यानि की बहुत बड़ी जित हो जाती है.

बाबर का आखिरी युद्ध

अब इस लेख में पढने वाले है बाबर द्वारा लड़ा गया सभी युद्ध में से बाबर का आखिरी युद्ध के बारे में पढने वाले है इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े.

यह युद्ध घाघरा का युद्ध 1529 ईस्वी बाबर द्वारा लड़ा गया युद्ध Ghaghra Ka Yudh बाबर का आखिरी युद्ध था. उसके राज्य सिंधु से बिहार और हिमालय से चंदेरी तक फैल हुआ था उसने बाबर ने भारत में मुगलो की सत्ता स्थापित करनी थी. भारत में बाबर का अधिकतम समय युद्ध करके बीता इसलिए उसने कभी प्रशासनिक व्यवस्था की तरफ ध्यान नहीं दिया.

उसने अंतिम समय में काबुल तक जाना चाहता था और उसने लाहौर तक गया भी पर हुमायूं की बीमारी के कारण उसे आगरा पर राणा सांगा पर पड़ा और बाबर का स्वास्थ्य खराब हो रहा था इस स्थिति में है 1530 ईसवी में है बाबर ने हुमायूं को अपना उत्तराधिकारी बना दिया और 26 दिसंबर 1530 ईसवी को बाबर का देहांत हो गया.या.

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बाबर का परिचय(1446 ई0)

प्रिय छत्रं अब इस लेख में Ghaghra Ka Yudh किसने लड़ा और बाबर का जीवन परिचय देखेंगे तो इस लेख को पूरा अंत तक पड़े क्योंकि यह भी आपके परीक्षाओ के लिए अति महत्वपूर्ण रहेगा अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है तो यह लेख आपके लिए है इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े.

बाबर का जन्म 24 जनवरी 1446 ई0 को बाबर का जन्म फरगना में हुआ था वह मुगल नहीं था किंतु तैमूर का वंशज चगताई तुर्क था. वह पितृकुल में तैमूर की पांचवी पीढ़ी से उत्पन्न हुआ था और उसकी मां कुतलुग निगार खानम प्रसिद्ध विजयी मंगोल चंगेज खां के वंश की थी.

बाबर का पिता उमरशेख मिर्जा फरगना के छोटे से राज्य का शासक था जो अब रूसी तुर्की स्थान का करीब 50,000 वर्गमील का एक छोटा सा सूबा है. सन 1494 में अपने पिता की मृत्यु के बाद बाबर फरगना की गद्दी पर बैठा इस समय उसकी अवस्था केवल 12 वर्ष की थी.

उसकी आरंभिक शिक्षा का निसंदेह बहुत अच्छा सा प्रबंध हुआ था. किंतु इसके बाद उसे विद्याध्ययन का अवसर नहीं मिला अतः छोटी अवस्था में ही उसने तुर्की और फारसी भाषाओं का पूरा ज्ञान प्राप्त कर लिया था. इन्हें बड़ी आसानी से लिख बोल सकता था. इसके साथ-साथ वह अपनी रियासत फरगना की गद्दी पर भी बड़े आराम से संभाल रहे थे. इसी कारण से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान अर्जित नहीं कर पाए

FAQ (घाघरा का युद्ध कब हुआ था -(1529 ई०) से सम्बन्धित कुछ सवालो का जवाब)

स्टूडेंट इस लेख में आपके द्वारा Ghaghra Ka Yudh से कुछ सम्बन्धित प्रशो का जवाब देखेंगे जो अति महत्वपूर्ण Ghaghra Ka Yudh है

Ghaghra का युद्ध कब और किसके बीच हुआ?

यह युद्ध अति महत्वपूर्ण है यह घाघरा का युद्ध सन 1529 ईस्वी को बाबर और अफगानों के बिच मध्य यह युद्ध लड़ा गया था.

घाघरा नदी किस राज्य में है?

यह युद्ध घाघरा नदी के पास हुआ था जो बिहार में है Ghaghra Ka Yudh अति महत्वपूर्ण है जो आपके एग्जाम में पूछे जाते है

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